Pankaj Udhas Biography in Hindi:- चिट्ठी आई है, आई है, चिट्ठी आयी है, पंकज उधास की इस ग़ज़ल को शायद ही कोई विरला होगा, जिसने नही सुना होगा. लेकिन इसी बीच आई इस shocking news ने पंकज उधास के सभी fans को हिलाकर रख दिया है . भारतीय गजल और पार्श्व गायक Pankaj Udhas का मुंबई में देहांत हो गया हैं. जी हां दिग्गज सिंगर Pankaj Udhas का 73 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. पिछले कुछ समय से वे मुंबई के ब्रीच क्रैंडी अस्पताल में भर्ती थे.जानकारी के मुताबिक पंकज उधास को कुछ महीने पहले कैंसर डिटेक्ट हुआ था .यह खबर उनकी बेटी नायाब उधास ने दी है. पंकज उधास के जाने से उनके फैंस में काफी मायूसी छा गई है.
पंकज जैसे गजल गायक का यूं दुनिया से एक दम छोड़ कर चले जाना फैंस को गमगीन कर गया है. हर कोई सोशल मीडिया पर अपनी नम आंखों से सिंगर उधास को श्रद्धांजलि दे रहा है. तो आइए हम आपको इस Article के जरिए पंकज उधास का जीवन परिचय से जुड़ी कई खास जानकारियां प्रदान करने जा रहे है.तो Pankaj Udhas Biography in Hindi में जानने के लिए आप इस Article को अंत तक जरूर पढ़े ..
पंकज उधास कौन है
वैसे तो आप सभी बहुत अच्छे से जानते है पंकज उधास कौन है, लेकिन जो लोग इन महान दिग्गज कलाकार से अनभिज्ञ है, तो उन्हे हम बता दे कि पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित पंकज उधास का जन्म 17 मई 1951 को गुजरात के जेतपुर में हुआ था. पंकज ने अपना पहला शो भारत-चीन युद्ध के दौरान किया था. उन्होंने ऐ मेरे वतन के लोगों गीत गाया था.पंकज उधास गजल गायिकी की दुनिया में एक बहुत बड़ा नाम थे. आपको बता दे कि उन्हे 1986 में रिलीज हुई गजल ‘चिट्ठी आई है’ से शोहरत मिली थी . Pankaj udhas शुरू से ही एक सिंगिंग बैकग्राउंड से ताल्लुक रखते थे. केवल वही नहीं उनके घर में उनके बड़े भाई मनहर उधास भी प्लेबैक सिंगर के तौर पर काम कर चुके है. वही उनके दूसरे भाई निर्मल उधास भी एक बहुत शानदार गजल गायक थे.
Article Name | Pankaj Udhas Biography in Hindi |
पूरा नाम | पंकज उधास |
जन्म तिथि | 17 मई 1951 |
स्थान | जेतपुर गुजरात |
पेशा | ग़ज़ल गायक |
परिवार | निर्मल उधास,मनहर उधास (भाई) |
मृत्यु तिथि | 26 फरवरी 2024 |
Education | मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज |
पिता | केशूभाई उधास |
माता | जीतू बेन |
पुरुस्कार | पद्म श्री |
पत्नी | फारिदा उधास |
पुत्री | नायाब और रिवा उधास |
गजल गायक पंकज की जीवनी
अब एक नजर डालते है गजल गायक पंकज की जीवनी पर , पंकज उधास ने अपने करियर की शुरुआत 1980 में ‘आहट’ नाम से एक ग़ज़ल एल्बम launch की थी. जिसके चलते वह गजल की दुनिया के बादशाह बन गए. इसके बाद पंकज उधास को सफलता मिलनी शुरू हुई। 2009 तक वे 40 एल्बम रिलीज कर चुके थे. इसके बाद बॉलीवुड में उन्होंने संजय दत्त की फिल्म ‘नाम’ के लिए एक पॉपुलर ट्रैक ‘चिट्ठी आई है’ गया था. इस गाने ने सभी को झकझोर कर रख दिया था. वही साल 2006 में पंकज उधास को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. उन्होंने अपनी कुशल गजल गायक के रूप में पूरी दुनिया में अपनी एक अलग ही पहचान बनाई थी. आपको बता दे कि पंकज उधास ने गुलाम कादिर खान साहब से हिंदुस्तानी मुखर शास्त्रीय संगीत सीखा था. उसके बाद पंकज ग्वालियर घराने के गायक नवरंग नागपुरकर से भी संगीत की कला भी सीखी थी.पंकज उधास फिल्मों और इवेंट्स में सिंगिंग के अलावा youtube और कई सोशल मीडिया से भी पैसे कमाते थे. इस उम्र में भी वो कई बार live show किया करते थे.
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पंकज उधास का परिवार
वही अगर बात करे पंकज उधास का परिवार के बारे में, तो आपको बता दे कि पंकज उधास तीन भाइयों में सबसे छोटे थे. उनके पिता का नाम केशूभाई उधास और मां का नाम जीतूबेन उधास है. उनके पिता केशुभाई उधास एक सरकारी नौकरी में कार्यरत थे. पंकज उधास की पत्नी का नाम फारिदा उधास है. इनकी दो बेटियां भी है , जिनका नाम नायाब और रिवा उधास है. वही उनके भाई निर्मल उधास और मनहर उधास भी एक बहुत मशहूर गायक हैं. पंकज उधास ने सर बीपीटीआई भावनगर से शिक्षा प्राप्त की थी. उसके बाद उनका पूरा परिवार मुंबई आ गया था. और काफी समय से उनका परिवार मुंबई में ही रह रहा है.
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पंकज उधास की प्रसिद्ध गजले
अब हम आपको पंकज उधास की प्रसिद्ध गजले के बारे में भी जानकारी प्रस्तुत करेंगे. जिसके बारे में आप में से अधिकांश लोग अच्छे से जानते होंगे .
- मुन्ने की अम्मा ये तो बता
- चिट्ठी आई है
- दिल से दिल मिला, फिर कैसा गिला, हो गया प्यार
- चाँदी जैसा रंग है
- गा मेरे संग प्यार का गीत नया
- आज फिर तुमपे
- एक एक हो जाए फिर घर चले जाना
- तेरे दर को छोड़ चले
- सहारा तेरे इंतज़ार का है
- याद आयी, याद आयी, भूली वो कहानी फिर याद आयी
- तुमने रख तो ली तस्वीर हमारी
- कुछ बात है तुम में जो
- “भूल भुलैया सा ये जीवन”
- “देख के तुमको”
- “दिल की बातें हैं”
- इश्क में जान गवा देंगे
- माहिया तेरी कसम
- मोहब्बत इनायत करम देखते हैं
- जाने जान मुझे ऐसा क्या हुआ
- जीये तो जीये कैसे
पंकज उधास की उपलब्धियां
गजल गायक पंकज उधास की उपलब्धियां भी बहुत खास रही है . यही वजह है कि उनके निधन के बाद से उनके चाहने वाले सदमे में हैं और लगातार सोशल मीडिया पर पोस्ट पर उन्हें श्रधांजलि अर्पित कर रहे हैं. पंकज उधास हिंदी सिनेमा और भारतीय पॉप में अपने काम के लिए जाने जाते थे. उन्होंने 1981 में मुकर्रर , 1982 में तरन्नुम 1983 में महफिल,1984 में रॉयल अल्बर्ट हॉल ,1985 में आफरीन जैसी कई hit फिल्मे के गाने record किए है. वही साल 2006 में पंकज उधास को भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया.
FAQ’s Pankaj Udhas Biography in Hindi
Q. पंकज उधास को कौन सी बीमारी थी?
Ans पंकज उधास को कैंसर था.
Q. पंकज उधास के भाईयो का नाम बताए?
Ansपंकज उधास के भाई के नाम निर्मल उधास,मनहर उधास है.
Q. पंकज उधास का जन्म कब हुआ?
Ans पंकज उधास का जन्म 17 मई 1951 में हुआ.