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Aaj Din ka Choghadiya : दिन में शुभ-अशुभ चौघड़िया मुहूर्त ऐसे देखें कार्य सिद्ध होगा

दिन में शुभ-अशुभ मुहूर्त की घड़ी सूर्य उदय के साथ ही शुरू हो जाती है तथा सूर्य अस्त होने तक दिन का चौघड़िया मुहूर्त देखा जाता है। प्रत्येक अहोरात्र में कुल 16 चौघड़िया होते हैं। जो की 8 दिन के तथा 8 रात्रि की चौघड़िया माने जाते हैं। प्रत्येक चौघड़िया का समय लगभग डेढ़ घंटे का होता है। जो भास्कर उदय होने के समय से शुरू होता है और सूर्य अस्त होने के समय तक अंतिम आठवां चौघड़िया अपनी समय अवधि पूर्ण करता है। किसी भी कार्य को करने से पूर्व शुभ अशुभ फल का विचार अवश्य करना चाहिए। बड़े स्तर पर कार्य शुभारम्भ मुहूर्त देखने के लिए हमें पंडित जी या मुहूर्त विशेषज्ञ से सलाह लेनी पड़ती है। परंतु आम दिनों में किसी छोटे बड़े शुभ कार्य को करने से पूर्व दिन का चौघड़िया (Din Ka Choghadiya) देखकर के भी आप कार्य शुभारंभ कर सकते हैं।

आईए जानते हैं दिन के समय में साप्ताहिक कौन-कौन से चौघड़िया श्रेष्ठ फलों के कारक सिद्ध हो सकते हैं। आज दिन का चौघड़िया, साप्ताहिक वार अनुसार चौघड़िया, आज का शुभ चौघड़िया ये सभी मुहूर्त Aaj Din ka Choghadiya मुहूर्त सारणी में देखें के लिए ये लेख पूरा पढ़ें।

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दिन के शुभ चौघड़िया मुहूर्त | Aaj Din Ke Shubh Choghdiya Muhurat

रविवार से लेकर साप्ताहिक अंत शनिवार तक सात ग्रहों का समय बदलता रहता है। साथ ग्रह के शुभ समय को लाभप्रद चौघड़िया माना जाता है। दिन में अमृत, लाभ, शुभ, चर अथवा चंचल चौघड़िया को शुभ माना जाता है। दिन का चौघड़िया सारणी इस प्रकार है:-

Din ka Choghadiya

दिन का चौघड़िया मुहूर्त कैसे देखें | Din ka Choghadiya Muhurat

जब कोई व्यक्ति (जातक) शुभ कार्य करने के उद्देश्य से चौघड़िया मुहूर्त देखते हैं तो उन्हें अमृत, लाभ, शुभ अथवा चंचल चौघड़िया में कार्य आरंभ करना चाहिए। जिससे  कार्य उद्देश्य पूर्ति के साथ-साथ शुभ फल प्राप्ति की कामना भी सिद्ध हो सके। दिन का चौघड़िया देखना बहुत ही आसान है। Din ka Choghadiya देखने के लिए आप इस उदाहरण को देखें।

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यदि आप आज बुधवार के दिन का चौघड़िया देखना चाहते हैं। तो आपके समक्ष सूर्य उदय से लेकर सूर्य अस्त तक का समय है। जिसमें आप चौघड़िया समय सारणी के अनुसार शुभ और अशुभ समय का आकलन कर सकते हैं। बुधवार के दिन चौघड़िया समय लाभ, अमृत काल, शुभ रोग, उद्योग, चंचल (चर) और लाभ के रूप में अंकित किया गया है। जिस चौघड़िया में जो वॉर शुरू हो रहा है। उसी दिन सूर्य अस्त के समय ही चौघड़िया फिर से आता है।

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इसके लिए बुधवार बृहस्पति ग्रह का वार होता है। इस दिन सूर्य उदय अमृत बेला के साथ अर्थात लाभ चौघड़िया के साथ ही सूर्य उदय होता है। सूर्य उदय इस समय 6:00 बजे होता है तो आपके लिए 6:00 बजे से लेकर 7:30 बजे तक लाभ का चौघड़िया कार्य प्रारंभ के लिए शुभ है।

  • 7:30 से लेकर 9:00 तक डेढ़ घंटे का समय अमृत चौघड़िया है।
  • 9:00 बजे से लेकर 10:30 बजे तक काल चौघड़िया है।
  • 10:30 बजे से लेकर 12:00 बजे तक शुभ चौघड़िया है।
  • 12:00 बजे से लेकर दोपहर 1:30 बजे तक रोग का चौघड़िया है। 
  • दोपहर 1:30 बजे से लेकर 3:00 बजे तक उद्वेग चौघड़िया है।
  • दोपहर 3:00 बजे से लेकर 4:30 बजे तक चंचल चौघड़िया है।
  • शाम 4:30 से लेकर 6:30 बजे तक फिर से लाभ चौघड़िया आता है।

आज के दिन का चौघड़िया

दिन में सूर्य उदय होने से लेकर सूर्य अस्त तक प्रत्येक वर अर्थात गृह स्वामी साप्ताहिक वार के अनुसार ही सूर्य उदय होने का समय चौघड़िया निश्चित है। जैसे:-

  • रविवार के दिन उद्वेग चौघड़िया से शुरुआत होती है और सूर्य अस्त भी उद्वेग चौघड़िया में ही होता है।
  • सोमवार के दिन अमृत चौघड़िया में दिन शुरू होता है और अमृत चौघड़िया में ही सूर्य अस्त होता है।
  • मंगलवार के दिन मंगल ग्रह के रूप में रोग चौघड़िया में सूर्य उदय होता है और सूर्य अस्त भी रोग चौघड़िया में ही होता है।
  • बुधवार का दिन लाभ चौघड़िया की शुरुआत है और सूर्य अस्त भी लाभ चौघड़िया के समय में ही होता है।
  • गुरुवार के दिन शुभ चौघड़िया से भास्कर उदय होता है। और शुभ समय में ही भास्कर अस्त होता है। 
  • शुक्रवार के दिन चंचल चौघड़िया में दिनकर उदय होता है। और इसी चौघड़िया में अस्त होता है।
  • शनिवार के दिन सूर्य उदय काल चौघड़िया में होता है। और सूर्य अस्त काल चौघड़िया में ही होता है।

इसी समय में आठ चौघड़िया प्रत्येक सूर्य उदय से लेकर सूर्यास्त तक अपनी समय अवधि में ही समाप्त होते हैं। और इसी अवधि में इनकी शुरुआत होती है। हालांकि भारत के अनेक राज्यों में सूर्य उदय होने का समय कुछ क्षण तथा मिनट का अंतर अवश्य रहता है। समय अंतर के अनुसार सूर्य उदय का समय और चौघड़िया शुरू होने का समय निर्धारित होता है।

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