Mukhyamantri Ayushman Jeevan Raksha Yojana: क्या आप जानते हैं कि आप सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की जान बचाकर ₹10,000 का इनाम जीत सकते हैं? मुख्यमंत्री आयुष्मान जीवन रक्षा योजना के तहत, राज्य सरकार आम जनता को घायल व्यक्ति को समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। यहां जानिए कैसे आप ₹10,000 का इनाम जीत सकते हैं
इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको Mukhyamantri Ayushman Jeevan Raksha Yojana की पूरी जानकारी देंगे और जानेंगे की योजना के उद्देश्य, पात्रता, इनाम पाने की प्रक्रिया, योजना से जुड़े महत्वपूर्ण दिशानिर्देश आदि.
मुख्यमंत्री आयुष्मान जीवन रक्षा योजना क्या है | Mukhyamantri Ayushman Jeevan Raksha Yojana
मुख्यमंत्री आयुष्मान जीवन रक्षा योजना एक राज्य सरकार द्वारा संचालित योजना है जिसका उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों के लिए समय पर चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करना है। Ayushman Jeevan Raksha Yojana “गोल्डन आवर” के महत्व को समझते हुए बनाई गई है, जो कि घायल व्यक्ति के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान उसे तुरंत चिकित्सा सुविधा मिलना ज़रूरी होता है।
Ayushman Jeevan Raksha Yojana के तहत, आम जनता को घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने, एम्बुलेंस बुलाने या चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। योजना में घायल व्यक्ति की जान बचाने में मदद करने वालों को ₹10,000 का इनाम दिया जाता है।
आयुष्मान जीवन रक्षा योजना का उद्देश्य | Purpose of Ayushman Jeevan Raksha Yojana
आयुष्मान जीवन रक्षा योजना का उद्देश्य सिर्फ़ घायलों को समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना नहीं है, बल्कि एक ऐसी संस्कृति बनाना है जहां आम नागरिक सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की मदद करने के लिए आगे आएं। Ayushman Jeevan Raksha Yojana “गोल्डन आवर” के महत्व को समझते हुए, घायल व्यक्ति को समय पर चिकित्सा सहायता प्रदान करने पर जोर देती है। इसके लिए, Ayushman Jeevan Raksha Yojana लोगों को घायलों की मदद करने के लिए प्रोत्साहित करती है, उन्हें 10,000 रूपये इनाम देकर उनकी भागीदारी को बढ़ावा देती है। इसके साथ ही, Ayushman Jeevan Raksha Yojana सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की मदद करने के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने का काम भी करती है, ताकि समाज में एक ऐसा माहौल बने जहां हर व्यक्ति घायल की मदद करने के लिए तैयार रहे।
मुख्यमंत्री आयुष्मान जीवन रक्षा योजना गोल्डन आवर क्या है
“Golden Hour” Mukhyamantri Ayushman Jeevan Raksha Yojana का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो गंभीर बीमारी या दुर्घटना के बाद पहले घंटे को संदर्भित करता है। इस समय के दौरान, रोगी को उचित चिकित्सा देखभाल मिलना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह उनके जीवन को बचाने या स्थायी विकलांगता को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। Mukhyamantri Ayushman Jeevan Raksha Yojana के तहत “गोल्डन आवर” में निम्नलिखित सुविधाएँ शामिल हैं:
- दुर्घटना या गंभीर बीमारी के मामले में, रोगी को अस्पताल तक पहुँचाने के लिए मुफ्त एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध है।
- रोगी को अस्पताल पहुँचने पर तुरंत आपातकालीन चिकित्सा देखभाल प्रदान की जाती है।
- गोल्डन आवर के दौरान, रोगी का प्रारंभिक निदान और उपचार किया जाता है ताकि उनकी स्थिति को स्थिर किया जा सके।
- आवश्यकतानुसार, रोगी को विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा इलाज किया जाता है, जिसमें सर्जन, चिकित्सक, और अन्य स्वास्थ्य सेवा पेशेवर शामिल होते हैं।
मुख्यमंत्री आयुष्मान जीवन रक्षा योजना से जुड़े महत्वपूर्ण दिशानिर्देश
- सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को निकटतम चिकित्सा संस्थान में पहुंचाने वाले “भले व्यक्ति” को रु. 10,000 का पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
- घायल व्यक्ति को राज्य के सरकारी या निजी अस्पताल में समय पर पहुंचाने वाले “भले व्यक्ति” इस योजना से लाभान्वित होंगे।
- “भले व्यक्ति” को अपनी पहचान देने और योजना का लाभ लेने के लिए तैयार रहना होगा।
- यदि घायल व्यक्ति गंभीर चोट से पीड़ित है, तो “भले व्यक्ति” को रु. 10,000 का पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
- यदि घायल व्यक्ति सामान्य चोट से पीड़ित है, तो “भले व्यक्ति” को केवल प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
- अस्पताल प्रशासन या उपखण्ड मजिस्ट्रेट द्वारा “भले व्यक्ति” को पुरस्कार राशि और/या प्रशस्ति पत्र देने की सिफारिश निदेशक (जन स्वास्थ्य) को भेजी जाएगी।
- निदेशक (जन स्वास्थ्य) द्वारा अनुमोदन प्राप्त होने पर, “भले व्यक्ति” के खाते में पुरस्कार राशि सीधे ही (डी. बी. टी. द्वारा) स्थानांतरित की जाएगी।
- 108 एंबुलेंस, 1033 एंबुलेंस, निजी एंबुलेंस के कर्मचारियों, पीसीआर वैन, ड्यूटी पर तैनात पुलिस कार्मिकों और घायल व्यक्ति के सगे-संबंधियों को इस योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा।
- योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रति वर्ष रु. 5.00 करोड़ की राशि सड़क सुरक्षा कोष से निदेशक जन स्वास्थ्य विभाग को अग्रिम आवंटित की जाएगी।
- जिला स्तर पर योजना के संबंध में किसी भी शिकायत का निवारण मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा शिकायत प्राप्त होने के 15 दिवस में किया जाएगा।
- किसी अस्पताल द्वारा योजना का दुरुपयोग करने संबंधी शिकायत प्राप्त होने पर संबंधित जिला कलक्टर या मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा उस अस्पताल के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
आयुष्मान जीवन रक्षा योजना फॉर्म कैसे भरे | How to fill Ayushman Jeevan Raksha Yojana form
Ayushman Jeevan Raksha Yojana में इनाम पाने के लिए फॉर्म भरने की प्रक्रिया काफी सरल है। यदि आपने सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद की है, तो आपको अस्पताल के इमरजेंसी रूम में कार्यरत मेडिकल ऑफिसर से संपर्क करना होगा।
फॉर्म भरने की प्रक्रिया इस प्रकार है:
- घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने के बाद, अस्पताल के इमरजेंसी रूम में कार्यरत मेडिकल ऑफिसर से संपर्क करें।
- मेडिकल ऑफिसर आपसे आपका नाम, उम्र, लिंग, पता, मोबाइल नंबर, पहचान पत्र और बैंक डिटेल पूछेंगे। यह जानकारी एक फॉर्म में दर्ज की जाएगी।
- मेडिकल ऑफिसर के अलावा, संबंधित थानाधिकारी/उपखण्ड मजिस्ट्रेट द्वारा भी आपकी सहायता की पुष्टि करनी होगी। वे दुर्घटना के 3 दिन के भीतर निदेशक, जन स्वास्थ्य, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं को आपकी सहायता की अनुशंसा करेंगे।
- आपके आवेदन फॉर्म की जांच करने के पश्चात, यदि जानकारी सही पाई जाती है, तो आपको ₹10,000 का इनाम चिकित्सा विभाग के ओर से दिया जाएगा।
- यदि घायल व्यक्ति की सहायता करने वाले एक से अधिक व्यक्ति हैं, तो इनाम की राशि सभी सहायकों में बांट दी जाएगी।