मिशन कर्मयोगी राजस्थान क्या है : भारत सरकार ने सिविल सेवाओं को और अधिक कुशल और प्रभावी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। 2 सितंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, मिशन कर्मयोगी योजना को मंजूरी दी गई। Mission Karmayogi Yojana का उद्देश्य सिविल अधिकारियों की क्षमता को बढ़ाना और उन्हें 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना है। इस लेख में, हम आपको Mission Karmayogi Yojana 2024-25 के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे, Mission Karmayogi Rajasthan में इसके उद्देश्य, नियम, कार्य विधि, रजिस्ट्रेशन कैसे करें आदि शामिल हैं। यदि आप मिशन कर्मयोगी योजना के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो कृपया इस लेख को अंत तक पढ़ें।
मिशन कर्मयोगी योजना का विवरण
आर्टिकल किसके बारे में है | Mission Karmayogi Yojana |
किस ने लांच किया | भारत सरकार |
लाभार्थी | सरकारी कर्मचारी |
उद्देश्य | कर्मचारियों का कौशल विकास करना। |
साल | 2024 |
Mission Karmayogi Rajasthan 2024-25
Mission Karmayogi Yojana, एक अभिनव कौशल निर्माण कार्यक्रम है जो सरकारी कर्मचारियों की क्षमता को बढ़ाने के लिए ऑनलाइन सामग्री, ट्रेनिंग, और ऑन-द-साइड प्रशिक्षण पर केंद्रित है। मिशन कर्मयोगी योजना का लक्ष्य सिविल अधिकारियों की कार्यशैली में सुधार लाना और उन्हें 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना है। नियुक्ति के बाद सिविल अधिकारियों को उनकी क्षमता को बढ़ाने के लिए ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी, जिससे उनके प्रदर्शन में सुधार होगा।
मिशन कर्मयोगी योजना 2024-25 (Mission Karmayogi 2024-25) में दो मार्गों – स्वचलित और निर्देशित – के माध्यम से चलाई जाएगी।मिशन कर्मयोगी योजना का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जिसमें नई एचआर परिषद, चयनित केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
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कर्मयोगी मिशन के उद्देश्य
मिशन कर्मयोगी योजना का मुख्य उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों को 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना है। इसके लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिसमें कर्मचारियों को ट्रेनिंग प्रदान करना और ई-लर्निंग सामग्री उपलब्ध कराना शामिल है। Mission Karmayogi scheme का लक्ष्य सरकारी कर्मचारियों की कार्य क्षमता को बढ़ाना और उन्हें अधिक कुशल और प्रभावी बनाना है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मिशन कर्मयोगी का लक्ष्य भारतीय सिविल सेवकों को अधिक रचनात्मक, कल्पनाशील, सक्रिय, पेशेवर, प्रगतिशील, ऊर्जावान, सक्षम, पारदर्शी और प्रौद्योगिकी-सक्षम बनाकर तैयार करना है, ताकि वे भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकें।
कर्मयोगी मिशन के नियम
Mission के नियम निम्नलिखित हैं:
- नियम-आधारित प्रशिक्षण के बजाय, कर्मयोगी मिशन भूमिका-आधारित प्रशिक्षण के माध्यम से सरकारी कर्मचारियों के कौशल और ज्ञान को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करता है।
- Karmayogi Mission उच्च योग्यता विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करता है जो सार्वजनिक अधिकारियों को उनकी भूमिका प्रभावी ढंग से निभाने में मदद करता है।
- कर्मयोगी मिशन सरकारी कर्मचारियों के लिए आजीवन सीखने के अवसरों को सक्षम करना चाहता है।
- मिशन कर्मयोगी का उद्देश्य विभिन्न सरकारी मंत्रालयों/विभागों को एकीकृत करके साझा राष्ट्रीय लक्ष्यों और प्राथमिकताओं की दिशा में सहयोग को प्रोत्साहित करना है।
- कर्मयोगी मिशन आजीवन सीखने का 70:20:10 मॉडल प्रस्तावित करता है, जिसमें 70% सीखना नौकरी के अनुभवों से, 20% दूसरों के साथ काम करने से और 10% नियोजित प्रशिक्षण से आता है।
- कर्मयोगी मिशन का उद्देश्य व्यक्तिगत अधिकारियों के संगठनात्मक और कैरियर लक्ष्यों और प्रदर्शन माप के साथ सीखने और क्षमता निर्माण को संरेखित करना है।
- कर्मयोगी मिशन के अंतर्गत कार्य-निष्पादन निर्धारित करने के लिए वस्तुनिष्ठ, निष्पक्ष और स्वतंत्र मूल्यांकन प्रणाली की स्थापना की गई है।
कर्मयोगी डिजिटल कार्य विधि
Karmyogi डिजिटल कार्य विधि, सरकारी कर्मचारियों के लिए क्षमता निर्माण और सीखने के अवसरों को डिजिटल तकनीकों के माध्यम से बढ़ाने का एक अनूठा तरीका है। Karmayogi Digita विधि, डिजिटल शिक्षा प्लेटफ़ॉर्म, वर्चुअल ट्रेनिंग सेशन्स, ऑनलाइन टेस्ट और अनुकूलित प्रतिक्रिया, वीडियो और ऑडियो पॉडकास्ट्स, और ऑनलाइन वीडियो गेम्स और सिमुलेशन जैसे विभिन्न तकनीकी उपायों का उपयोग करती है। Karmayogi Digita, कर्मचारियों को उनके कार्यस्थल पर ही, अपनी गति से सीखने की सुविधा प्रदान करती है। Karmayogi Digita कार्य विधि:
- डिजिटल शिक्षा प्लेटफ़ॉर्म: यह प्लेटफ़ॉर्म, विभिन्न अध्ययन सामग्रियों, वीडियो लेक्चर्स, और अन्य शैक्षिक संसाधनों तक पहुंच प्रदान करता है।
- वर्चुअल ट्रेनिंग सेशन्स: विषयवार विशेषज्ञों द्वारा वास्तविक समय में प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए डिजिटल वीडियो कॉन्फ़रेंसिंग टूल्स का उपयोग किया जाता है।
- ऑनलाइन टेस्ट और अनुकूलित प्रतिक्रिया: कर्मचारियों को अपनी सीखने की प्रगति को मापने और अनुकूलित प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स पर ऑनलाइन टेस्ट और क्विज़ उपलब्ध हैं।
- वीडियो और ऑडियो पॉडकास्ट्स: सीखने के अवसरों को बढ़ाने के लिए, विभिन्न विषयों पर वीडियो और ऑडियो पॉडकास्ट्स बनाए जाते हैं।
- ऑनलाइन वीडियो गेम्स और सिमुलेशन: कुछ विशिष्ट कौशलों को विकसित करने के लिए, ऑनलाइन वीडियो गेम्स और सिमुलेशन का उपयोग किया जाता है।
मिशन कर्मयोगी रजिस्ट्रेशन कैसे करें
Mission Karmayogi Registration कैसे करें:
- मिशन कर्मयोगी पोर्टल पर जाएं: https://karmayogi.gov.in/
- होमपेज पर, “रजिस्टर” बटन पर क्लिक करें।
- अपना नाम, पदनाम, ईमेल पता, मोबाइल नंबर और संगठन का नाम दर्ज करें। एक मजबूत पासवर्ड बनाएं और फिर से दर्ज करें।
- स्क्रीन में दिखाए गए सुरक्षा कोड को दर्ज करें।
- पंजीकरण फॉर्म जमा करने के लिए “रजिस्टर करें” बटन पर क्लिक करें।
- आपको अपने पंजीकृत ईमेल पते पर एक सत्यापन ईमेल प्राप्त होगा। ईमेल में दिए गए लिंक पर क्लिक करके अपने ईमेल पते को सत्यापित करें।
FAQ
प्रश्न: मिशन कर्मयोगी योजना क्या है?
उत्तर: मिशन कर्मयोगी भारत सरकार की एक पहल है जिसका उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों के लिए क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करना है।
प्रश्न: मिशन कर्मयोगी योजना का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: मिशन कर्मयोगी का उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों में ज्ञान, कौशल और दृष्टिकोण को बढ़ाना है ताकि वे नागरिकों को अधिक प्रभावी ढंग से सेवाएं प्रदान कर सकें।
प्रश्न: मिशन कर्मयोगी राजस्थान के लिए कौन पात्र है?
उत्तर: राजस्थान सरकार के सभी कर्मचारी मिशन कर्मयोगी राजस्थान के लिए पात्र हैं, जिसमें राज्य सरकार के कर्मचारी, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के कर्मचारी और स्वायत्त निकायों के कर्मचारी शामिल हैं।
प्रश्न: मिशन कर्मयोगी राजस्थान में पंजीकरण कैसे करें?
उत्तर: राजस्थान सरकार के कर्मचारी मिशन कर्मयोगी राजस्थान पोर्टल पर पंजीकरण कर सकते हैं।