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महाराष्ट्र के किसानों को 90% सब्सिडी कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करें | Maha urja Maharashtra 2024

कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन महाराष्ट्र: महाऊर्जा कृषि अभियान महाराष्ट्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री कुसुम योजना के अंतर्गत शुरू किया गया एक महत्वपूर्ण अभियान है। इसका मुख्य उद्देश्य सौर ऊर्जा का अधिकतम उपयोग करके किसानों को सोलर पंप उपलब्ध कराना है ताकि वे पर्यावरण के अनुकूल और किफायती तरीके से सिंचाई कर सकें। इस लेख में हम आपको Kusum Mahaurja Registration के बारे में जानकारी देंगे, ताकि आप Mahaurja Maharashtra Ke Labh उठा सकें। आवेदन प्रक्रिया और इसके लाभों के बारे में जानने के लिए लेख को अंत तक पढ़ें।

कुसुम योजना पर एक नजर 

Kusum Mahaurja Yojana के तहत महाराष्ट्र के किसान 3 एचपी, 5 एचपी और 7 एचपी सोलर पंप लगाने के लिए सरकार से सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना में सामान्य श्रेणी के किसानों को 90% सब्सिडी और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के किसानों को 95% सब्सिडी प्रदान की जाती है। प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (PM KUSUM) की शुरुआत वर्ष 2019 में की गई थी। 

इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश की सौर ऊर्जा क्षमता को बढ़ाना और पर्यावरण के अनुकूल बिजली का उत्पादन करके नागरिकों की आय में वृद्धि करना है। सौर ऊर्जा का उपयोग किसानों के लिए किफायती और पर्यावरण के अनुकूल समाधान प्रस्तुत करता है, जिससे उनकी सिंचाई की समस्या का समाधान होता है और उनकी कृषि उत्पादकता में सुधार होता है। कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन महाराष्ट्र के किसानों को कैसे मिलेगा लाभ देखें:-

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महाऊर्जा महाराष्ट्र के लाभ 

महाऊर्जा योजना, जिसे प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (PM KUSUM) के नाम से भी जाना जाता है, भारत सरकार की एक पहल है जिसका उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा अपनाने और उनकी कृषि सिंचाई आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करना है। Kusum Mahaurja Yojana महाराष्ट्र सहित पूरे भारत में लागू है। महाऊर्जा योजना से महाराष्ट्र के किसानों को कई लाभ हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • सौर ऊर्जा का उपयोग करके किसान बिजली की लागत में बहुत बचत कर सकते हैं। सौर ऊर्जा पारंपरिक बिजली की तुलना में बहुत सस्ती है, जिससे किसानों को अपनी आय बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
  • सौर ऊर्जा से चलने वाली सिंचाई प्रणाली का उपयोग करके किसान अपनी फसल की पैदावार और आय बढ़ा सकते हैं। सौर ऊर्जा की उपलब्धता के कारण किसान पूरे साल फसल उगा सकते हैं, जिससे उन्हें अधिक लाभ होता है।
  • सौर ऊर्जा एक स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है जो पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करता है। पारंपरिक बिजली संयंत्रों के विपरीत, सौर ऊर्जा ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन नहीं करती है, जिससे यह जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मदद करती है।
  • सौर ऊर्जा से चलने वाले सिंचाई पंपों का उपयोग करके किसान पानी बचा सकते हैं। ड्रिप सिंचाई जैसी जल-कुशल सिंचाई तकनीकों के साथ, सौर ऊर्जा सिंचाई किसानों को कम पानी का उपयोग करके अपनी फसल उगाने में मदद कर सकती है।
  • महाऊर्जा योजना ने ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी पैदा किए हैं। सौर ऊर्जा पंपों की स्थापना, मरम्मत और रखरखाव के लिए कुशल श्रमिकों की आवश्यकता होती है, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होते हैं।
  • Kusum Mahaurja Yojana ने उन क्षेत्रों में भी बिजली पहुंचाने में मदद की है जहां पहले बिजली नहीं थी। सौर ऊर्जा प्रणालियों का उपयोग करके, इन क्षेत्रों के किसान अब अपनी सिंचाई और घरेलू जरूरतों के लिए बिजली प्राप्त कर सकते हैं।

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कुसुम योजना की पात्रता 

Kusum Mahaurja Yojana, जिसे प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (PM KUSUM) के नाम से भी जाना जाता है, भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा अपनाने में मदद करना और उनकी कृषि सिंचाई आवश्यकताओं को पूरा करना है। कुसुम योजना को देश के सभी राज्यों में लागू किया गया है ताकि किसानों को सौर पंपों के माध्यम से सस्ती और पर्यावरण के अनुकूल सिंचाई मिल सके।

सामान्य पात्रताघटक A (सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापना)
भारत का नागरिक होना चाहिए।न्यूनतम 0.5 मेगावाट और अधिकतम 2 मेगावाट क्षमता वाला सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करना चाहते हों।
किसान होना चाहिए और स्वयं की कृषि भूमि का होना चाहिए।भूमि की उपलब्धता 2 मेगावाट क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना के लिए पर्याप्त होनी चाहिए।
भूमि के स्वामित्व का प्रमाण होना चाहिए।बिजली वितरण कंपनी (DISCOM) द्वारा निर्धारित क्षमता सीमा के अधीन होना चाहिए।
आधार कार्ड होना चाहिए।
बैंक खाता होना चाहिए।
घटक B (सौर जल पंप स्थापना)घटक C (गोबर गैस संयंत्र स्थापना)
7.5 HP क्षमता तक का सौर जल पंप स्थापित करना चाहते हों।10 घन मीटर से अधिक क्षमता वाला गोबर गैस संयंत्र स्थापित करना चाहते हों।
सिंचाई के लिए पानी का स्रोत होना चाहिए।पर्याप्त संख्या में मवेशी होना चाहिए।
बिजली के तारों तक पहुंच होनी चाहिए।गोबर गैस का उपयोग करने के लिए घरेलू या वाणिज्यिक मांग होनी चाहिए।

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कुसुम योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज 

दस्तावेज़ का प्रकारआवश्यक दस्तावेज़
पहचान प्रमाणआधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट
पता प्रमाणआधार कार्ड, बिजली बिल, राशन कार्ड, बैंक पासबुक
भूमि दस्तावेजभूमि का स्वामित्व प्रमाण पत्र, खतौनी, जमाबंदी
बैंक खाता प्रमाणबैंक पासबुक, बैंक खाता विवरण
अन्य दस्तावेजपासपोर्ट साइज फोटो, जाति प्रमाण पत्र (यदि अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के लिए आवेदन कर रहे हैं), सहमति पत्र (यदि संयुक्त स्वामित्व है)

कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन महाराष्ट्र

कुसुम महाउर्जा के लिए आवेदन करने हेतु नीचे दी गई प्रक्रिया का पालन करें:

  • MEDA (Maharashtra Energy Development Agency) पोर्टल पर जाएं
  • रजिस्ट्रेशन फॉर्म में अपनी व्यक्तिगत जानकारी (नाम, आधार नंबर, मोबाइल नंबर) दर्ज करें
Kusum Mahaurja Registration Photo
  • Register पर क्लिक करें
  • OTP वेरीफाई करें
  • Register करने के बाद आपके द्वारा दर्ज किए गए मोबाइल नंबर पर एक OTP भेजा जाता है
  • 6 अंक के उस OTP को दर्ज करें और Verify पर क्लिक करें
  • Application Number और Password प्राप्त करें
  • kusum.mahaurja.com पर लॉगिन करें
  • Application Number और Password दर्ज कर लॉगिन पर क्लिक करें
  • MEDA पोर्टल पर लॉगिन हो जाएं
  • सोलर पंप का आवेदन फॉर्म भरें, दस्तावेज़ अपलोड करें, और शुल्क जमा करें
  • Kusum योजना के लिए आवेदन करें
  • आवेदन फॉर्म में सभी जानकारी दर्ज करें और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें
  • घोषणा पत्र के चेक बॉक्स पर टिक करें और Submit पर क्लिक करें
  • शुल्क जमा करें और सोलर पंप की बुकिंग करें

FAQ‘s महाराष्ट्र कुसुम योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें

1. कुसुम योजना क्या है?

उत्तर: कुसुम योजना भारत सरकार की एक पहल है जो सौर ऊर्जा का उपयोग करके कृषि सिंचाई में किसानों की सहायता करती है।

2. लाभ पाने के लिए कौन पात्र है?

उत्तर: कुसुम योजना के तहत, सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई पंप स्थापित करने वाले किसानों और छोटे उद्यमियों को लाभ मिलता है।

3. पंप की क्षमता क्या है?

उत्तर: कुसुम योजना के अनुसार, सौर ऊर्जा से चलने वाले सिंचाई पंप की क्षमता 3 एचपी से 10 एचपी तक हो सकती है।

4. आवेदन करने की प्रक्रिया क्या है?

उत्तर: किसानों को ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा, और फिर कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन करना होगा।

5. आवेदन की अंतिम तिथि क्या है?

उत्तर: आवेदन की अंतिम तिथि समय-समय पर बदलती रहती है। उम्मीदवारों को नवीनतम अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट देखते रहना चाहिए।

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