चिराग पासवान ने 9 जून को कैबनिट मंत्री के वरिष्ठ पद पर शपथ ली है। पीएम मोदी के हनुमान कहे जाने वाले Chirag Paswan भारतीय राजनीतिज्ञ और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के नेता हैं। इनका जन्म 31 अक्टूबर 1982 को बिहार के खगड़िया जिले में हुआ था। वे प्रसिद्ध दलित नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के पुत्र हैं। चिराग पासवान ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अपने पिता के मार्गदर्शन में की और उन्होंने भारतीय राजनीति में अपनी एक अलग पहचान बनाई। लोक सभा चुनाव 2024 में 6,15,718 वोट प्राप्त किए। चलिए जानते है Chirag Paswan Biography in Hindi के इस लेख में Chirag Paswan Age, Chirag Paswan Political Careear आदि:-
Chirag Paswan Wikipidia
विवरण | जानकारी |
पूरा नाम | चिराग पासवान |
जन्म तिथि | 31 अक्टूबर 1982 |
जन्म स्थान | खगड़िया, बिहार, भारत |
पिता | रामविलास पासवान |
माता | रीना पासवान |
शिक्षा | कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग (बीआईटी मेसरा से) |
प्रारंभिक शिक्षा | दिल्ली पब्लिक स्कूल, आरके पुरम, नई दिल्ली |
राजनीतिक पार्टी | लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) |
पार्टी का पद | राष्ट्रीय अध्यक्ष |
संसदीय क्षेत्र | जमुई, बिहार (लोकसभा सांसद) |
पहला चुनाव | 2014 लोकसभा चुनाव (जमुई सीट से) |
फिल्म करियर | ‘मिले ना मिले हम’ (2011) |
प्रमुख विवाद | 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ना; पार्टी विभाजन (2021) |
मुख्य उपलब्धियाँ | 2014 और 2019 में जमुई से लोकसभा सांसद चुने गए; एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने |
पारिवारिक संघर्ष | पार्टी विभाजन और चाचा पशुपति पारस के साथ राजनीतिक तनाव |
प्रेरणा स्रोत | रामविलास पासवान |
मुख्य मुद्दे | शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, और बिहार का विकास |
वर्तमान स्थिति | एलजेपी के नेता; बीजेपी के साथ संबंध पुनःस्थापित करने के प्रयास में |
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प्रारंभिक जीवन और शिक्षा :Chirag Paswan Biography
चिराग पासवान का जन्म बिहार के एक राजनीतिक और प्रभावशाली परिवार में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के DPS RK पुरम से हुई और इसके बाद उन्होंने BIT Mesra से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के बाद, उन्होंने अपने परिवार की परंपरा का पालन करते हुए राजनीति में कदम रखा।
चिराग पासवान का फिल्म करियर
राजनीति में प्रवेश करने से पहले, चिराग पासवान ने बॉलीवुड में भी अपनी किस्मत आजमाई। उन्होंने 2011 में फिल्म ‘मिले ना मिले हम’ में अभिनय किया। हालांकि, उनका फिल्मी करियर अधिक सफल नहीं रहा और उन्होंने अपने राजनीतिक करियर पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया। आज Chirag Paswan का राजनैतिक कद काफी ऊँचा हो गया है।
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Chirag Paswan Political Career
- चिराग पासवान ने 2014 में पहली बार लोकसभा चुनाव में हिस्सा लिया और जमुई सीट से सांसद चुने गए। उनके नेतृत्व और जनता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के कारण, उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोकप्रियता हासिल की। इसके बाद, 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने फिर से जमुई सीट से जीत हासिल की।
- एलजेपी में उनके योगदान और नेतृत्व क्षमता के कारण, उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद सौंपा गया। चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उन्होंने अपनी पार्टी की विचारधारा और योजनाओं को जनता के बीच पहुंचाने का कार्य किया।
- इसी निष्ठता के साथ Chirag Paswan ने 2024 लोक सभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल की। इस बार पासवान में हाजीपुर लोकसभा सीट से 615718 वोटो के साथ जीत दर्ज करवाई। 9 जून 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कैबनिट मंत्री पद पर शपथ ली।
विवाद और चुनौतियाँ
चिराग पासवान का राजनीतिक जीवन विवादों से भी अछूता नहीं रहा। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में एलजेपी ने एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ा, जिससे बीजेपी और JDU के बीच तनाव बढ़ गया। इसके अलावा, पार्टी के अंदर भी उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें उनके चाचा पशुपति पारस द्वारा पार्टी के विभाजन का मामला प्रमुख है।