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अमरनाथ यात्रा के दौरान 6 नियम अपनाएं नहीं होगी कोई परेशानी : Amarnath Yatra Niyam 2024

अमरनाथ यात्रा नियम 2024:- अमरनाथ यात्रा भारत की सबसे पवित्र और श्रद्धालु तीर्थ यात्राओं में से एक है। यह यात्रा जोखिम भरी होने के साथ साथ हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है, जो भगवान शिव के दर्शन के लिए जम्मू-कश्मीर के हिमालयी क्षेत्रों में स्थित अमरनाथ गुफा तक जाते हैं। इस गुफा में प्राकृतिक रूप से बनने वाला बर्फ का शिवलिंग प्रमुख आकर्षण है। यात्रा की कठिनाई और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, जम्मू-कश्मीर सरकार और श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (SASB) ने कुछ महत्वपूर्ण अमरनाथ यात्रा नियम (Amarnath Yatra Niyam 2024) और दिशानिर्देश बनाए हैं। इन नियमों का पालन सभी यात्रियों के लिए अनिवार्य है, ताकि यात्रा सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित हो सके। 

अमरनाथ यात्रा रजिस्ट्रेशन और परमिट

  1. रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया: अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। यह पंजीकरण ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से किया जा सकता है। ऑनलाइन पंजीकरण के लिए श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट का उपयोग किया जाता है। वहीं, ऑफलाइन पंजीकरण के लिए नामित बैंकों की शाखाओं में आवेदन किया जा सकता है। Amarnath Shrine Board के Mobile App से भी अमरनाथ यात्रा हेतु रजिस्ट्रेशन कर सकते है अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें .
  2. यात्रा परमिट: पंजीकरण के बाद, यात्रियों को यात्रा परमिट जारी किया जाता है। यह परमिट यात्रा की एक निश्चित तिथि और मार्ग के लिए होता है। बिना परमिट के यात्रा की अनुमति नहीं है। हर यात्री को अपने पास वैध अमरनाथ यात्रा परमिट रखना आवश्यक है।

Amarnath Yatra Medical Certificate

  1. अमरनाथ यात्रा के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट अनिवार्य है। यह सर्टिफिकेट सरकारी या अधिकृत निजी अस्पताल के चिकित्सक द्वारा जारी किया जाता है। मेडिकल सर्टिफिकेट यह सुनिश्चित करता है कि यात्री शारीरिक और मानसिक रूप से यात्रा के लिए फिट है। Amarnath Yatra Medical Certificate बनवाने की पूरी जानकारी देखें
  2. विशेष फॉर्म: मेडिकल सर्टिफिकेट के लिए विशेष फॉर्म होता है, जिसे चिकित्सक द्वारा भरकर हस्ताक्षर किया जाता है। यह फॉर्म श्राइन बोर्ड की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।
  3. वैधता: मेडिकल सर्टिफिकेट की वैधता सीमित होती है। इसे यात्रा से कुछ दिन पहले ही बनवाना चाहिए ताकि यह यात्रा के दौरान वैध रहे।

आयु सीमा

  1. न्यूनतम आयु: अमरनाथ यात्रा के लिए न्यूनतम आयु सीमा 13 वर्ष है।
  2. अधिकतम आयु: अधिकतम आयु सीमा 75 वर्ष है। 13 वर्ष से कम और 75 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को यात्रा की अनुमति नहीं होती है।

स्वास्थ्य स्थिति

  1. गंभीर बीमारियों वाले व्यक्तियों का निषेध: हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, श्वसन संबंधी समस्याएँ आदि जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को यात्रा की अनुमति नहीं होती है।
  2. शारीरिक फिटनेस: यात्रियों को शारीरिक रूप से फिट होना चाहिए और लंबी पैदल यात्रा करने में सक्षम होना चाहिए।

ये भी पढ़ें:- श्री अमरनाथ यात्रा 2024: यात्रा समय, अमरनाथ यात्रा के रास्ते और पंजीकरण विधि जाने

श्री अमरनाथ यात्रा के मार्ग

  1. पहलगाम मार्ग: यह परंपरागत और सबसे पुराना मार्ग है। यह लगभग 36 किलोमीटर लंबा है और इसे तय करने में 3-4 दिन लगते हैं। यह मार्ग कम चुनौतीपूर्ण है और सुंदर प्राकृतिक दृश्यों से भरपूर है।
  2. बालटाल मार्ग: यह मार्ग छोटा है और लगभग 14 किलोमीटर लंबा है। इसे एक दिन में भी पूरा किया जा सकता है, लेकिन यह मार्ग अधिक कठिन और चुनौतीपूर्ण है।

अमरनाथ यात्रा के दौरान 6 नियम जरूर अपनाएं \ marnath Yatra Niyam

  1. यात्रियों को यात्रा मार्ग पर स्वच्छता बनाए रखने और कचरा न फैलाने का निर्देश दिया गया है। प्लास्टिक और अन्य गैर-बायोडिग्रेडेबल सामग्री का उपयोग नहीं करना चाहिए। “ग्रीन अभियान” के तहत प्लास्टिक बैग, बोतलें और अन्य कचरा को उचित स्थान पर निस्तारित करना आवश्यक है।
  2. यात्रा के दौरान धूम्रपान और मादक पदार्थों का सेवन सख्त वर्जित है। यह न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी नुकसानदायक है।
  3. यात्रा के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन करना अनिवार्य है। यात्रा के मार्ग में विभिन्न सुरक्षा चौकियाँ होती हैं, जहाँ यात्रियों की जाँच की जाती है। यात्रियों को सुरक्षा कर्मियों के निर्देशों का पालन करना आवश्यक है।
  4. यात्रियों को समूह में यात्रा करने की सलाह दी जाती है। इससे सुरक्षा और सहायता के मामलों में सुविधा होती है। अकेले यात्रा करने से बचना चाहिए, विशेषकर कठिन मार्गों पर।
  5. यात्रा के दौरान केवल स्वच्छ और सुरक्षित भोजन और पानी का सेवन करें। असुरक्षित भोजन और पानी से बीमारियाँ फैल सकती हैं। यात्रा के मार्ग में विभिन्न स्थानों पर भोजन और पानी की सुविधा उपलब्ध होती है।
  6. ऊँचाई और ठंड के कारण स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं। इसलिए, यात्रा के दौरान अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और यदि किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या होती है, तो तुरंत निकटतम चिकित्सा केंद्र से संपर्क करें।

श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (SASB) द्वारा अनिवार्य नियम जारी किये गए 

अमरनाथ यात्रा के स्वास्थ्य सम्बन्धी नियम जो अमरनाथजी श्राइन बोर्ड द्वारा जनहित में जारी किये गए है।

  • यात्रा से कम से कम एक महीने पहले से प्रति दिन लगभग 4-5 किलोमीटर की सैर शुरू करें। यह आपके शरीर को लंबे और कठिन मार्ग पर चलने के लिए तैयार करता है।
  • ऑक्सीजन दक्षता में सुधार के लिए गहरी साँस लेने के व्यायाम और योग, विशेषकर प्राणायाम का अभ्यास शुरू करें। यह आपको ऊंचाई पर सांस लेने में मदद करेगा।
  • निर्जलीकरण और सिरदर्द से बचने के लिए रोजाना लगभग 5 लीटर पानी पियें। यह शरीर में पानी की कमी को दूर करने में मदद करता है।
  • थकान को कम करने और निम्न रक्त शर्करा के स्तर को रोकने के लिए पर्याप्त मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का सेवन करें। यह आपकी ऊर्जा को बनाए रखने में सहायक होगा।
  • यदि आपमें ऊंचाई संबंधी बीमारी के लक्षण दिखाई देने लगें तो तुरंत निचली ऊंचाई पर उतरें। ऊंचाई पर रहने से आपकी समस्या बढ़ सकती है।
  • हाई एल्टीट्यूड सिकनेस या किसी अन्य असुविधा के किसी भी लक्षण के मामले में, तुरंत हर 2 किलोमीटर पर स्थित निकटतम चिकित्सा सुविधा से संपर्क करें।

अमरनाथ यात्रा के दौरान क्या न करें

  • यात्रा के दौरान शराब, कैफीनयुक्त पेय या धूम्रपान से बचें। ये चीजें आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं।
  • बीमार यात्री की हर बात को स्वीकार न करें, क्योंकि उसकी समझ उस समय सही नहीं हो सकती।
  • ऊंचाई पर होने वाली बीमारी के लक्षणों को नजरअंदाज न करें। यह आपके स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा हो सकता है।

यात्रा से पूर्व करने योग्य कार्य

  1. यात्रा के लिए मेडिकल प्रमाणपत्र अनिवार्य है, जिसे आपके राज्य में अधिकृत डॉक्टर या अस्पताल द्वारा जारी किया जाना चाहिए। यह प्रमाणपत्र आपकी शारीरिक फिटनेस की पुष्टि करता है।
  2. पंजीकरण के लिए .JPEG या .JPG प्रारूप में फोटो अपलोड करना आवश्यक है, जिसका आकार 1 एमबी से अधिक नहीं होना चाहिए।
  3. पंजीकरण करते समय मेडिकल सर्टिफिकेट को स्कैन करके .PDF प्रारूप में अपलोड करें। इसका आकार भी 1 एमबी से अधिक नहीं होना चाहिए।
  4. यात्रा के लिए आयु सीमा 13 से 70 वर्ष है। 13 वर्ष से कम और 70 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को यात्रा की अनुमति नहीं है।
  5. 6 सप्ताह से अधिक गर्भवती महिलाओं को यात्रा की अनुमति नहीं है।
  6. अपना मूल फोटो पहचान पत्र और चिकित्सकीय प्रमाणपत्र यात्रा के दौरान अपने साथ रखें। यह आपके पंजीकरण और पहचान के लिए आवश्यक है।

यात्रा की तैयारी कैसे करें 

  • यात्रा के दौरान ठंड और ऊँचाई के अनुकूल कपड़े और आवश्यक सामान साथ लेकर चलें। गर्म कपड़े, रेनकोट, अच्छे गुणवत्ता के जूते, टोपी, दस्ताने और अन्य आवश्यक सामान साथ रखें।
  • पने साथ आवश्यक औषधियाँ और प्राथमिक चिकित्सा किट अवश्य रखें। ऊँचाई के कारण होने वाली समस्याओं के लिए विशेष औषधियाँ भी साथ रखें।
  • यात्रा पर जाने से पहले अपने शारीरिक स्वास्थ्य और फिटनेस का ध्यान रखें। यात्रा के लिए शारीरिक रूप से तैयार होना आवश्यक है।

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