75वे गणतंत्र दिवस यानी कि 26 जनवरी हमारे देश में एक त्यौहार की तरह मनाया जाता है. क्योंकि इस दिन भारत में संविधान को लागू हुआ था . हर school, Collage में विद्यार्थीगण अपने देश से जुड़ी अनेक भावनाएं प्रकट कर शुभकामनाएं देते है .अगर आप भी अपने संस्थान में गणतंत्र दिवस पर छोटी सी कविता प्रस्तुत करना चाहते है , तो हम आपको इस Article के माध्यम से यहां कुछ कविताएं प्रस्तुत कर रहे है, जो कि आपके दिल को बहुत ही जोश से भर देगी .
Poem on Republic day in Hindi
Republic day के इस शुभ अवसर पर हम यहां आपके सामने Poem on Republic day in Hindi में उपलब्ध करवाने जा रहे हैं. जो कि आपको बहुत पसंद आने वाली है .
- भारत देश हमारा है
यह हमको जान से प्यारा है
दुनिया में सबसे न्यारा यह स
बकी आंखों का तारा है
मोती हैं इसके कण- कण में
बूँद- बूँद में सागर है
प्रहरी बना हिमालय बैठा ध
रा सोने की गागर है
भूमि ये अमर जवानों की है
वीरों के बलिदानों की
रत्नों के भंडार भरे हैं
गाथा स्वर्णिम खानों की
सत्य, अहिंसा, शांति बाँटता
इसकी शान तिरंग़ा है
गोद खेलती नटखट नदियाँ
पावन यमुना- गंगा है
चंदन की माटी से महके
मातृभूमि को वंदन है
कोटि-कोटि भारतवालों का
सुंदर सा यह नंदन है.
2.
26 जनवरी को आता हमारा गणतंत्र दिवस,
जिसे मिलकर मनाते हैं हम सब हर वर्ष।
इस विशेष दिन भारत बना था प्रजातंत्र,
इसके पहले तक लोग ना थे पूर्ण रूप से स्वतंत्र।
इसके लिए किये लोगो ने अनगिनत संघर्ष,
गणतंत्र प्राप्ति से लोगों को मिला नया उत्कर्ष।
गणतंत्र द्वारा मिला लोगों को मतदान का अधिकार,
जिससे बनी देशभर में जनता की सरकार।
इसलिए दोस्तों तुम गणतंत्र का महत्व समझो,
चंद पैसो की खातिर अपना मतदान ना बेचो।
क्योंकि यदि ना रहेगा हमारा यह गणतंत्र,
तो हमारा भारत देश फिर से हो जायेगा परतंत्र।
तो आओ हम सब मिलकर ले प्रतिज्ञा,
मानेंगे संविधान की हर बात ना करेंगे इसकी अवज्ञा।
गणतंत्र दिवस पर छोटी सी कविता
अगर आप एक school के विद्यार्थी है तो आप इन नीचे दी गई कविताओं को 26 जनवरी पर अपने School में प्रस्तुत कर सकते हैं. तो आइए देखें Poem on Republic Day in Hindi For School Students …
1.
माह जनवरी छब्बीस को
हम सब गणतंत्र मनाते
और तिरंगे को फहरा कर,
गीत ख़ुशी के गाते .
संविधान आजादी वाला,
बच्चो ! इस दिन आया।
इसने दुनिया में भारत को,
नव गणतंत्र बनाया.
क्या करना है और क्या नहीं ?
संविधान बतलाता।
भारत में रहने वालों का,
इससे गहरा नाता.
2.
हम आजादी के मतवाले,
झूमे सीना ताने।
हर साल मनाते उत्सव,
गणतंत्र का मजहब जाने।
संविधान की भाषा बोले,
रग-रग में कर्तव्य घोले।
गुलामी की बेड़ियों को,
जब रावी-तट पर तोड़ा था।
उसी अवसर पर तो,
हमनें संविधान से नाता जोड़ा था।
हर साल हम उसी अवसर पर,
गणतंत्र उत्सव मनाते हैं।।
पूरा भारत झूमता रहता है,
और हम नाचते-गाते हैं।
रायसीना की पहाड़ी से,
शेर-ए-भारत बिगुल बजाता है।
अपने शहीदों को करके याद,
पुनः शक्ति पा जाता है
3.
गणतंत्र हमारा अभिमान है
तिरंगा हमारी शान है
पहले अपना देश बचाया
अंग्रेजों को वापस भगाया
तब जाकर अपना संविधान बनाया
हमारा संविधान हमारी आन है
तिरंगा हमारी शान है
सीने पर गोली खाते हैं
अपनी जान गंवाते हैं
इस तरह शहीद अपना देश बचाते हैं
देश के आगे छोटी हमारी जान है
तिरंगा हमारी शान है.
यहां पावन गंगा बहती है
सोने की चिड़िया रहती है
लेकिन आजादी से जीने की बात कहती है
आजादी से जीने का स्वाभिमान है
तिरंगा हमारी शान है
गणतंत्र हमारा अभिमान है
तिरंगा हमारी शान है.
4.
अपना वतन जान से प्यारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा
गंगा यमुना सरस्वती जैसी
पावन नदियों की बहती धारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा
सबसे बड़ा लोकतंत्र कहा जाता
जिसके गुण गाता है संसार सारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा
सब आजाद रहे सबको अधिकार मिले
यही हमारे संविधान का नारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा
अपना वतन जान से प्यारा
झंडा ऊंचा रहे हमारा.
गणतंत्र दिवस 2024 पर कविता
26 जनवरी के अवसर पर चार चांद लगाने वाली गणतंत्र दिवस 2024 पर कविता प्रस्तुत कर रहे है. जिसका पठन करके अपने देश के लिए भक्ति प्रकट कर सकते है.
1.
देखो फिर से गणतंत्र दिवस आ गया,
जो आते ही हमारे दिलों-दिमाग पर छा गया.
यह है हमारे देश का राष्ट्रीय त्योहार,
इसलिए तो सब करते हैं इससे प्यार.
इस अवसर का हमें रहता विशेष इंतजार,
क्योंकि इस दिन मिला हमें गणतंत्र का उपहार.
आओ लोगो तक गणतंत्र दिवस का संदेश
पहुचाएं,लोगो को गणतंत्र का महत्व समझाये.
गणतंत्र द्वारा भारत में हुआ नया सवेरा,
इसके पहले तक था देश में तानाशाही का अंधेरा.
क्योंकि बिना गणतंत्र देश में आ जाती है तानाशाही,
नही मिलता कोई अधिकार वादे होते हैं हवा-हवाई.
तो आओ अब इसका और ना करें इंतजार,
साथ मिलकर मनाये गणतंत्र दिवस का राष्ट्रीय त्योहार.
2
गणतंत्र दिवस का है अवसर,
हिस्सा लें इसमें बढ़ चढ़ कर,
निकाल के अपने सारे डर,
बढ़ते चले जीवन पथ पर,
इस पावन दिन ये ध्यान करें,
संविधान का सब सम्मान करें,
इतने सारे अधिकार जो दे,
सदा समर्पित उसको प्राण करें,
संविधान ने हर अधिकार दिया,
सबका सपना साकार किया,
शोषित वर्षों से था भारत,
उसको एक नया आकार दिया,
लोगों के मन में ना हो भय,
इसलिए सरकार की सिमा तय,
अधिकारों से जो वंचित हैं,
जा सकता है वो न्यायालय,
पुरखों ने पुख्ता काम किया,
संविधान हमारे नाम किया,
चर्चा हर एक धारा पर,
सुबह से लेकर शाम किया,
देश की ऊँची शान करें,
तिरंगे का गुणगान करें,
राष्ट्र हित में जो अनिवार्य,
बिना कहे योगदान करें.