होली के दिन रंगो की ऐसी बौछार होती है, कि हर दिल झूमने लग जाता है. ठंडाई और रंग के साथ लोगो में ऐसी खुमारी चढ़ती है कि हर कोई झूमता हुआ नजर आता है. होली के पावन पर्व पर अगर आप भी होली के गीत की play list bnana बनाना चाहते है, तो हम आपको इस Article के जरिए कई सारे गीत प्रस्तुत करने जा रहे है. तो आइए देखें Holi song Hindi में…
होली गाना
हमारे देश में दूसरा सबसे बड़ा त्यौहार होली है. हर साल की तरह इस साल भी holi काफी धूम धाम से मनाया जाएगा . सभी लोग अपने गीले शिकवे भूलकर एक दूसरे को रंग लगाकर बधाईयां देते है. वही इसी के साथ गुजिया और पकोड़े होली की शान में चार चांद लगा देते है . रंग और मिठाई के बाद होली पर नाच गाना नहीं हो ,ऐसा तो हो ही नही सकता है. तो लीजिए खास आपके लिए हम प्रस्तुत करेंगे होली गाना. जिसे सुनने के बाद आप भी झूम उठेंगे .
जानिए होली क्यों मनाया जाता है
होली सॉन्ग
Holi का त्यौहार जितना रंगो के बिना अधूरा है उतना ही होली सॉन्ग के बिना भी. होली के दिन अगर गाने नही हो तो फिर होली का मजा अधूरा ही रह जाता है. हमारे पास खास आपके लिए होली सॉन्ग है. तो आइए देखें इन्हे भी…
होली गीत लिरिक्स इन हिंदी
होली पर होली खेले रघुवीरा अवध में,होली के रसिया ब्रज के होली गीत गाने के बहुत लोग फैन है.प्यार और रोमांस से भरपूर ये गाना होली पर लोगों का ऑल टाइम फेवरेट सॉन्ग है. अब हम आपको होली गीत लिरिक्स इन हिंदी में प्रस्तुत कर रहे है. जिसे आप अपनो play list में शामिल कर सकते है. Holi के दिन बजाकर आप इन गानों के साथ मजे कर सकते है.
होली खेले रघुवीरा अवध में
ताल से ताल मिले मोरे बबुआ
बाजे ढोल मृदंग
मन से मन का मेल जो हो तो
रंग से मिल जाए रंग
हो होरी खेले रघुवीरा
होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
अरे होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
हाँ हिलमिल आवे लोग लुगाई
हिलमिल आवे लोग लुगाई
हिलमिल आवे लोग लुगाई
भाई महलन में भीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
अरे होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा(होली है)
होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
अरे होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
तनिक शर्म नहीं आये देखे नाहीं अपनी उमरिया
तनिक शर्म नहीं आये देखे नाहीं अपनी उमरिया
हो साठ बरस में इश्क लड़ाए
साठ बरस में इश्क लड़ाए
मुखड़े पे रंग लगाए, बड़ा रंगीला सांवरिया
मुखड़े पे रंग लगाए, बड़ा रंगीला सांवरिया
चुनरी पे डारे अबीरा अवध में होरी खेरे रघुवीरा
अरे चुनरी पे डारे अबीरा अवध में होरी खेरे रघुवीरा
अरे होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
हाँ हिलमिल आवे लोग लुगाई
भाई महलन में भीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा (होली है)
अरे होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
हे अब के फाग मोसे खेलो ना होरी
हाँ हाँ ना खेलब ना खेलब
तोरी शपथ मैं उमरिया की थोरी
हाय हाय हाय चाचा
देखे है ऊपर से, झांके नहीं अन्दर सजनिया
देखे है ऊपर से, झांके नहीं अन्दर सजनिया
उम्र चढ़ी है दिल तो जवां है
उम्र चढ़ी है भैया दिल तो जवां है
बांहों में भरके मुझे ज़रा झनका दे पैंजनिया
बांहों में भरके मुझे ज़रा झनका दे पैंजनिया
साँची कहे है कबीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
अरे साँची कहे है कबीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
अरे… होरी खेले रघु… हो होरी खेले रघुवीरा
अवध में होरी खेले रघुवीरा, होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
हिलमिल आवे लोग लुगाई
हाँ हिलमिल आवे लोग लुगाई
भाई महलन में भीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा (होली है)
होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
अरे भैया होरी खेले, रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
होली के रसिया लिरिक्स
आज बिरज में होली रे रसिया
आज बिरज में होली रे रसिया।
होली रे होली रे बरजोरी रे रसिया॥
अपने अपने घर से निकसी,
अपने अपने घर से निकसी,
कोई श्यामल कोई गोरी रे रसिया।
आज बिरज में होली रे रसिया
आज बिरज में होली रे रसिया।
होली रे रसिया बरजोरी रे रसिया
कौन गावं के कुंवर कन्हिया,
कौन गावं के कुंवर कन्हिया,
कौन गावं राधा गोरी रे रसिया।
आज बिरज में होली रे रसिया॥
नन्द गावं के कुंवर कन्हिया,
नन्द गावं के कुंवर कन्हिया,
बरसाने की राधा गोरी रे रसिया।
आज बिरज में होली रे रसिया।
उडत गुलाल लाल भए बादल,
मारत भर भर झोरी रे रसिया।
आज बिरज में होली रे रसिया।
कृष्ण के हाथ कनक पिचकारी,
राधा के हाथ कमोरी रे रसिया ।
आज बिरज में होली रे रसिया।
चन्द्र सखी भज बाल कृष्ण छवि,
चिर जीवो यह जोड़ी रे रसिया ।
आज बिरज में होली रे रसिया
आज बिरज में होली रे रसिया।
होली रे रसिया बरजोरी रे रसिया॥
आज बिरज में होली रे रसिया ।
होली रे होली रे बरजोरी रे रसिया ॥
ब्रज के होली गीत lyrics
गीत 1
होली खेलन आयो श्याम,
आज याको रंग में बोरो रे। होली खेलन…
कोरे कोरे कलश मंगाय सखी री,
उसमें केसर घोरी रे। होली खेलन…
मुख पै मल्यो गुलाल सखी री,
कीन्हों काले ते गोरी रे। होली खेलन…
हरे हरे बांस की पोरी सखी री,
छीन छपट करी चोरी रे। होली खेलन…
लोक लाज कुल की मर्यादा,
सखी! फागुन में छोड़ी रे। होली खेलन…
गीत 2
होली आई रे कन्हाई, ब्रज के रसिया, होली आई रे।
बाट तकें सब सखा तुम्हारे, बाहर आओ मोहन प्यारे,
डफ बजने दो रंग उड़ने दो, अब क्यों देर लगाई रसिया।। होली आई रे…
कलश मंगाय के केसर घोलो, श्याम हमें आज रंग में बोरो
होली आ गई ओ मन बसिया, रंग अबीर उड़ाओ रसिया।। होली आई रे…
गीत 3
मथुरा की कुंज गलिन में, होरी खेल रहे नंदलाल।
मोहे भर पिचकारी मारी, साड़ी की आब उतारी।
झूमर को कर दियो नाश।। मथुरा की…
मोरे सिर पर धरी कमोरी, मोसे बहुत करी बरजोरी।
मोरे मुख पर मलो गुलाल।
मथुरा की कुंज गलिन में, होली खेल रहे नंदलाल।
होली के पुराने गाने
होली के होली के पुराने गाने भी अपने आप में अलग ही आनंद देते है. चलिए एक नजर इन पर भी डाले..
- * ‘फागुन’ का ‘पिया संग खेलो होरी व फागुन आयो रे’
- * ‘शोले’ का ‘होली के दिन दिल खिल जाते हैं।’
- * ‘आपकी कसम’ का ‘जय-जय शिवशंकर’।
- मदर इंडिया’ का ‘होली आई रे’।
- * ‘जख्मी’ फिल्म का ‘आई-आई रे होली’।
- * ‘नवरंग’ का ‘आया होली का त्योहार’।
- * ‘सिलसिला’ फिल्म का ‘रंग बरसे भीगे चुनरवाली रंग बरसे’।
- * ‘कोहिनूर’ का ‘तन रंग लो ली आज मन रंग लो।’
- ‘कटी पतंग’ का ‘आज न छोड़ेंगे’।
- * ‘आखिर क्यों’ का ‘सात रंग में खेल रही है।’